खजुराहो पधाराने हेतु मार्ग
खजुराहो रेल मार्ग से झांसी (175 कि.मी.) से जुड़ा है, जो दिल्ली-चेन्नई/बैंगलोर/तिरूवनंतपुरम मेन लाईन पर स्थित है।
इलाहाबाद-मुम्बई लाइन पर स्थित सतना (117 कि.मी.)
वाराणसी-झांसी लाइन पर स्थित सतना (117 कि.मी.)
वाराणसी-झांसी लाइन पर स्थित महोबा (55 कि.मी.) से भी पहुंचा जा सकता है।
खजुराहो देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है व यहां हवाई अड्डा भी है। यहां से द्रोणगिरि तीर्थ 100 कि.मी. की दूरी पर है।
अधिक जानकारी के लिए निम्न नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है :
श्री विनोदकुमार जी जैन (अध्यक्ष) – खजुराहो +91-9425342180
श्री मुकेश जी जैन (उपाध्यक्ष) छतरपुर – +91-9425141142
श्री राजेंद्र जी जैन, ललितपुर +91-9415112287
इंजी रमेश जी जैन (मंत्री) सतना +91-9827359275
श्री नरेन्द्र जी (सहमंत्री) मुगवारी +91-8120819424
श्री मूलचंद जी जैन (*कोषाध्यक्ष) बमीठा +91-9425878163
श्री जयकुमार जी जैन (कार्य प्रमुख) सतना +91-9893048277
आवास संयोजक
श्री राकेश जी जैन (खजुराहो) +91-9165816035
चौका व्यवस्था संयोजक
श्री विजय जी जैन (बमीठा) +91-9893060138
त्यागी व्रती भोजनालय संयोजक
श्री कैलाशचंद जी जैन (बमीठा) +91-7828556145
सोला भोजन व्यवस्था संयोजक
श्री नरेन्द्र जी जैन (बमीठा) +91-9981220499
जनरल भोजनालय संयोजक
श्री मुकेश जी जैन (खजुराहो) +91-9425342262
यातायात व्यवस्था संयोजक
श्री अंकित जी जैन (राजनगर) +91-9589810966, श्री दीप प्रदीप जी जैन 877527940
कार्यालय संयोजक
श्री विनय जी जैन (बमीठा) +91-9425143298, श्री नरेन्द्र जी जैन 8120819424
खजुराहो में आप इन होटलों में रुक सकते हैं। यह सभी होटल जैन मंदिर खजुराहों से 1 किलोमीटर की दूरी पर हैं
सम्मानीय श्रेष्ठी जन
सादर जय जिनेंद्र
परम पूज्य आचार्य गुरुवर 108 श्री विद्यासागर जी महामुनिराज ससंघ का चातुर्मास खजुराहो में पूर्ण धर्म आराधना के साथ चल रहा है, हम सभी श्रावक पूज्य गुरुवर वा संघस्थ मुनि महाराजों के माध्यम से जिससे जितना बन पड़ रहा है उतना ग्रहण करने का प्रयास कर रहे हैं एवं अपने जीवन को धर्ममय बनाने की साधना कर रहे हैं। परम पूज्य गुरुवर के माध्यम से खजुराहो का सुनियोजित विकास होने जा रहा है, खजुराहो के विकास के लिए हम सभी संकल्पित भी हैं। खजुराहो का विकास “स्वर्णोदय तीर्थ न्यास” के द्वारा परम पूज्य आचार्य गुरुवर के आशीर्वाद एवं भारत के प्रमुख श्रावक श्रेष्ठीयो के मार्गदर्शन से गति को प्राप्त होगा। खजुराहो में निर्मित होने वाला “समवशरण जिनालय” विश्व की एक ऐसी कृति होगी जो और कहीं देखने को नहीं मिलेगी। समवशरण जिनालय के साथ साथ भव्य सहस्त्रकूट जिनालय का भी निर्माण होने जा रहा है। इसके साथ साथ यात्रियों को सुविधाओं की दृष्टि से अन्य निर्माण कार्य भी प्रस्तावित है, और यह सभी कार्य आप सभी के समर्पण और सहयोग से ही संभव होंगे और आप सभी का समर्पण और सहयोग पूर्ण रूपेण प्राप्त भी हो रहा है।
जो भी दान राशि दान दाताओं द्वारा घोषित की जाती है या दी जाती है उसका संपूर्ण हिसाब समिति के पास है, कोई भी श्रावक कभी भी कार्यालय में आकर इसकी जानकारी जिम्मेदार पदाधिकारियों से प्राप्त कर सकता है। जो स्वर्णदान हथकरघा के लिए प्राप्त हो रहा है उसका हिसाब भी पांच ब्रह्मचारियों के माध्यम से रखा जा रहा है उसकी जानकारी भी आप प्राप्त कर सकते हैं।
संघ के भी सभी संघस्थ ब्रह्मचारी एवं हम सभी श्रावक पूरे संघ की सभी प्रकार की चर्यायों में पूर्ण अनुशासन के साथ सहयोग प्रदान कर अपने जीवन के उद्धार का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। ट्रस्ट कमेटी एवं प्रबंध समिति पूज्य गुरुवर के आशीर्वाद से क्षेत्र के विकास के लिए संकल्पित है और हम सभी का लक्ष्य भी विकास को पूर्ण करना है। मेरा यह लेख लिखने का उद्देश्य आप सभी को वास्तविकता की जानकारी देना है। चूंकि मैं क्षेत्र कमेटी का मंत्री हूं अतः आप सभी को वास्तविकता से अवगत कराना मैं अपना कर्तव्य समझता हूं। फिर भी मेरे इस लेखन से किसी को कोई तकलीफ हो तो मैं आप से उत्तम क्षमा का निवेदन करते हुए आप सभी से क्षेत्र के विकास के सहयोग की अपेक्षा करता हूं।
इंजी. रमेश जैन
(मंत्री)