वैशाली नगर भिलाई में आयोजित धर्म सभा को संबोधित करते हुए आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने कहा की यह वैशाली तो नगर ही रहा मगर भगवान् महावीर तो निर्वाण को प्राप्त हो गए.आचार्य श्री ने एक कथा सुनाई की पिता ने ८ पुत्रों को जिस वस्तु की जानकारी नहीं दी थी वह मरण के बाद प्राप्त होती है. जो आश्चर्य चकित कर देती है. आचार्य श्री ने ३६ ब्रम्हचारी भाइयों और २७ मुनियों की तरफ इशारा करते हुए कहा की इन लोगों को गृहस्थ सम्बन्धी अनुभव नहीं है,जितने गृहस्थों को होते हैं.एक और घटना सुनाई जिसमे शेर के बच्चों को शाकाहार कराया था एक व्यक्ति ने.
ब्रम्हचारी भाइयों ने दीक्षा के लिए निवेदन किया. श्रावकों ने भी कहा की दीक्षा छत्तीसगढ़ में ही हो.ब्रम्हचारी भाई अभी महाराष्ट्र,कर्नाटक,तमिल नाडू की यात्रा कर लोटे हैं.आचार्य श्री ने कहा की पदयात्रा का अभ्यास करें.
ये जानकारी राहुल जैन पद्मनाभपुर ने दी.
Gr8…..